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Badrinarayan Shankar

बद्रीनारायण शंकर पवार

प्रोफ़ेसर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फायनेंस चेयर, राष्ट्रीय बैंक प्रबंध संस्थान

बद्रीनारायण शंकर पवार ने 1996 में ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी से अपनी पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। उन्हें पीएचडी कार्यक्रम में अच्छे शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए ‘फी कप्पा फी’ की सदस्यता भी प्रदान की गई। वर्तमान में वे राष्ट्रीय बैंक प्रबंध संस्थान की इंडियन इंस्टीट्यूटऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस (आईआईबीएफ) चेयर के प्रोफ़ेसर हैं। उनके बतौर सहलेखक/लेखक किए गए शैक्षणिक कार्यों में एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट रिव्यू, जर्नल ऑफ बिजनेस एथिक्स, लॉन्ग रेंज प्लानिंग, लीडर शिप एंड ऑर्गनाइज़ेशन डेवलपमेंट जर्नल, बेस्ट पेपर्स प्रोसीडिंग्स ऑफ द एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट में प्रकाशित पेपर्स, हैंडबुक ऑफ़ ऑर्गनाइज़ेशनल सिटीज़नशिप बिहेवियर (2005) में अध्याय और एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट में प्रस्तुत किए गए पेपर्स शामिल हैं। उन्होंने परिवर्तनकारी नेतृत्व पर जर्नल ऑफ ऑर्गनाइजेशनल चेंज मैनेजमेंट के विशेष अंक (2004, संस्करण 17[2]) के लिए बतौर अतिथि संपादक भी सेवा दी। वर्ष 2008 के बाद से कार्यस्थल आध्यात्मिकता पर अनेक लेख प्रकाशित होते रहे हैं। वर्ष 2009 में उनकी पुस्तक थ्योरी बिल्डिंग फॉर हाइपोथीसिस स्पेसिफिकेशन इन ऑर्गनाइज़ेशनल स्टडीज़ शीर्षक से पुस्तक प्रकाशित हुई। श्री पवार को विभिन्न संस्थाओं में अध्यापन का 15 वर्षों का अनुभव है, जिसमें दस वर्षों तक विभिन्न भारतीय प्रबंध संस्थानों में शिक्षण शामिल है। उनके अध्यापन के विषयों में मानवसंसाधन प्रबंधन (स्नातकपूर्व छात्रों को), संगठनात्मक व्यवहार संबंधी विषयों (स्नातकोत्तर और सहयोगी कार्यक्रम के छात्रों को), व्यवसाय शोध विधियां (स्नातकोत्तर छात्रों को), शोध विधियां (एम. फिल., डॉक्टरेट कार्यक्रम के छात्रों, फेलो प्रोग्राम छात्रों और फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के प्रतिभागियों को), और उन्नत शोध विधियां (साथी कार्यक्रम के छात्रों को) जैसे विविध विषय शामिल हैं। उनकी शोध रुचियों के क्षेत्रों में संगठनात्मक नागरिकता व्यवहार, परिवर्तनकारी नेतृत्व और कार्यस्थल आध्यात्मिकता शामिल हैं।