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रॉबिन वायट

फ्रीलांस सोशल रिसर्च कंसल्टेंट

डॉ. रॉबिन वायट यूनाइटेड किंगडम से एक स्वतंत्र सामाजिक शोधकर्ता और मूल्यांकन सलाहकार हैं, जो कि यूनाइटेड किंगडम (यूके) और भारत में अपना एकसाथ काम करते हैं। उन्होंने न केवल अंतर्राष्ट्रीय व सामाजिक विकास के विषयों पर शोध किया है, बल्कि यूके की सामाजिक समस्याओं और कई देशों के सम्बन्ध में राजनैतिक विषयों पर भी काम किया है। हाल के वर्षों में उनका विकास-सम्बन्धित काम लिंग (जेंडर) पर ज्यादा केंद्रित रहा है, जबकि सामाजिक बहिष्कार, निर्धनता और शासन-विधि विषयों पर भी उनका ध्यान गया है। अब तक के अपने करियर में उन्होंने, द वर्ल्ड बैंक, ब्रिटिश सरकार के कैबिनेट ऑफिस और द कार्टर सेंटर के लिए काम किया है। उनका सबसे महत्त्वपूर्ण शौक जमीनी स्तर पर शोध प्रबंधन और कार्यान्वयन करना है, और वे गुणात्मक शोध प्रणाली के विशेषज्ञ हैं। इनमें भी वे विशेष रूप से संवेदनशील विषयों में, जैसे पीड़ितों या हिंसक अपराधों के अभियुक्तों के साथ फील्ड रिसर्च में पारंगत हैं। रॉबिन एक उत्साही स्वतंत्र यात्री, ट्रेकर और फोटोग्राफर हैं, और जब वे काम नहीं कर रहे होते, वे अक्सर कम-प्रसिद्ध स्थलों पर पाए जा सकते हैं। नाजिया मसूद ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस, मुंबई से सामाजिक कार्य में स्नातकोत्तर डिग्री (एमएसडब्ल्यू) प्राप्त की है और लिंग (जेंडर) श्रेणी में, बेंगलुरु के कच्छी मेमन समुदाय में मुस्लिम महिलाओं की भूमिकाओं पर उनके शोध-प्रबंध (थीसिस) को सर्वश्रेष्ठ शोध का पुरस्कार मिला है। उन्होंने मुंबई पुलिस के महिला एवं बच्चों के स्पेशल सेल के साथ, घरेलू हिंसा की उत्तरजीवी महिलाओं और जरूरतमंद बच्चों के साथ काम किया है और साथ ही रॉबिन वायट, जब वे लन्दन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज (एसओएएस) में पीएचडी उम्मीदवार थे, की फील्ड सहायक के रूप में भी काम किया है। इसके बाद वे बेंगलुरु के एक अंतर्राष्ट्रीय स्कूल में समाजिक विज्ञान पढ़ाने लगीं।