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George

जॉर्ज कोरेथ

बोर्ड सदस्य, एकॉर्ड एशिया, प्रबंध निदेशक, कोरेथ कंसल्टिंग लिमिटेड

जॉर्ज कोरेथ एकॉर्ड एशिया संस्था के सह-संस्थापक सदस्य, अध्यक्ष एवं कोरेथ कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं। वे व्यावसायिक, सामाजिक, सरकारी एवं गैर-सरकारी सभी प्रकार की संस्थाओं में सलाहकार के रूप में भी कार्यरत हैं। प्रोफेसर कोरेथ सामाजिक विज्ञान एवं व्यावहारिक विज्ञान के प्रामाणिक एवं विश्वसनीय मापन में रुचि रखते रहे हैं। उद्योग के प्रबंधन में अपने सेवाकाल के दौरान उन्होंने उत्तरदायित्व के मापन की खोज की जो कि टैवीस्टॉक इंस्टीट्यूट, इंग्लैंड में विकसित की गई विधियों पर आधारित था। बाद में, उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में डॉ. डेविड मैकक्लेलैंड के द्वारा किए गए कार्य के आधार पर मानवीय अभिप्रेरणा (उपलब्धि, अधिकार, सम्बद्धता एवं सुरक्षा संबंधी अभिप्रेरणा) के मापन के विश्वसनीय उपकरणों तथा विधियों का गहराई से अध्ययन किया। उद्योग जगत में अपने सेवाकाल के मध्य में ही उन्होंने प्रबंधन के क्षेत्र में शिक्षण तथा शोध की दिशा में एक प्रोफसर के रूप में श्रीराम सेंटर फार ह्यूमन रिसोर्सेज, नई दिल्ली में प्रवेश कर लिया, और इसी क्रम में वे दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रबंधन अध्ययन विभाग (एफएमएस) के एक आमंत्रित शिक्षक भी बन चुके थे। वर्ष 2009-2010 तक वे नई दिल्ली में एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान विभाग में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के आमंत्रित प्रोफेसर भी रह चुके हैं। उद्योग जगत में अपनी वापसी करते हुए उन्होंने एचसीएल समूह में मानव संसाधन निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जैसे वरिष्ठ पदों के उत्तरदायित्वों को निभाया है, और वे रैनबैक्सी लैबोरेटरीज लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (अंतर्राष्ट्रीय मानवसंसाधन एवं संचालन विभाग) भी रह चुके हैं। प्रोफेसर कोरेथ ने इकोनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली नामक पत्रिका का प्रकाशन भी किया है। उनके द्वारा लिखित पुस्तकों में शामिल हैं: डेवलपिंग इफेक्टिव ऑर्गनाइजेशंस (नितीश डे, अबाद अहमद एवं बी.एम. कपूर के सहयोग से), तथा वीः द पीपुल ऑफ इंडिया (सह-लेखिका-किरण वडेहरा, 2003)।