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Praveenkumar

प्रवीणकुमार मेल्लल्ली

सहायक प्रोफ़ेसर, मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर

प्रवीणकुमार मेल्लल्ली ने वर्ष 2008 में कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़ से बी.एससी (पीसीएम) की उपाधि प्राप्त की। अपने परिवेश की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं ने उन्हें लोक सेवक बनने के लिए प्रेरित किया, जिसके लिए उन्होंने वर्ष 2012 में कर्नाटक राज्य विश्वविद्यालय, मैसूर से लोक प्रशासन विषय में एमए की उपाधि प्राप्त की। हालांकि वे लोक सेवक बनने में सफल नहीं हो सके। इसके बाद उन्होंने दृढ़तापूर्वक विशिष्ट प्रोफ़ेसर व सामाजिक वैज्ञानिक बनने का निश्चय किया और इसके लिए विभिन्न सामाजिक विज्ञान विषयों का अध्ययन किया, विशेषरूप से भारत का संविधान। उन्होंने विभिन्न प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों, जैसे टोक्यो विश्वविद्यालय, जापान; मिशिगन विश्वविद्यालय, द जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय और वर्जीनिया विश्वविद्यालय, यूएसए, से ऑनलाइन माध्यमों से उच्च शिक्षा पूरी की। वर्ष 2014 में वीटीयू, बेलगावी के इंजीनियरिंग छात्रों को भारत का संविधान, वृत्तिक नीति और मानव अधिकार (सीपीएच) विषय पढ़ाने के लिए श्री कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु में उनकी नियुक्ति बतौर सहायक प्रोफ़ेसर हुई। इसी दौरान उन्होंने इस पुस्तक का लेखन किया। सेज पब्लिकेशन्स के साथ यह उनकी पहली पुस्तक थी, जिसने कई देशों में उन्हें प्रतिष्ठित युवा लेखक के रूप में स्थापित किया। उनके कई जर्नल्स, लेख प्रकाशित हो चुके हैं और वे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। वर्ष 2015 से वे मैसूर विश्वविद्यालय, मानसगंगोत्री, मैसूर कर्नाटक, भारत के लोक प्रशासन अध्ययन विभाग में बतौर विशिष्ट सहायक प्रोफ़ेसर कार्य कर रहे हैं। लेखक से 47praveen@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।