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Nalini

नलिनी नटराजन

पोर्टो रीको विश्वविद्यालय, यूएसए

नलिनी नटराजन अंग्रेजी विभाग, कॉलेज ऑफ ह्यूमैनिटीज, यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्टो रीको, संयुक्त राज्य में प्रोफेसर हैं, जहां वे 1987 से अध्यापन कर रही हैं। इससे पहले, उन्होंने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली (1978-80) और मिरांडा हाउस, दिल्ली (1984-86) में पढ़ाया। वे येल यूनिवर्सिटी (1986-87) में पोस्ट डॉक्टोरल फेलो थीं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ एबरडीन, यूनाईटेड किंग्डम से 1984 में अपनी पी.एच.डी पूरी की। उन्होंने वुमन एंड इंडियन मॉडर्निटीः रीडिंग्स ऑफ कॉलोनियल एंड पोस्ट कोलोनियल नोवेल्स शीर्षक से 2002 में एक किताब लिखी है और हैंडबुक ऑफ ट्वेंटीथ सेंचुरी लिटरेचर्स इन इंडिया का संपादन 1996 में किया है, जिसे चॉइस ऑउटस्टैंडिंग अकेडमिक बुक अवॉर्ड दिया गया। उन्होंने कई अन्य किताबों में भी लेख लिखे हैं। इस किताब के अलावा उन्होंने हाल ही में ‘द रेजोनेटिंग आइलैंड’ शीर्षक से एक किताब पूरी की है, जो टेरानोवा प्रेस द्वारा प्रकाशित है। इसमें कैरिबिया और दक्षिण अफ्रीका पर अंतर-सांस्कृतिक लेखों की एक शृंखला है। अपनी पृष्ठभूमि और अधिवास के ज़रिए वे भारत और इसके कई क्षेत्रों, स्थानीय भाषाओं और संस्कृतियों, 19वीं सदी में ब्रिटेन की घरेलू और साम्राज्यवादी संस्कृति, स्त्रीवादी सैद्धांतिकी और कैरिबियाई और लैटिन अमेरिकी मुद्दों में दिलचस्पी रखती हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों में नवाचारी पाठ्यक्रमों को प्रस्तावित किया है। उनकी दिलचस्पी यात्रा, संस्मरण लेखन, पाक-कला और अंतर-सांस्कृतिक संगीत और नृत्य के लोकप्रिय रूपों को प्रोत्साहित करने में है।