1951 से, इंडियन सोशियोलॉजिकल सोसाइटी भारत में समाजशास्त्र के छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों की एकमात्र संस्था रही है। यह संस्था विभिन्न तरीकों से भारत में अनुशासन के विकास के लिए कार्य कर रही है जिनमे से एक तरीका है, शोधकर्ताओं को अपने शोध प्रकाशित करने का मंच प्रदान करना और उनके विचारों का प्रसार करना।
सामाजिक विमर्श सामयिक व ऐतिहासिक समीक्षा पर आधारित जर्नल है। इसके प्रकाशन का उद्देश्य समाज और मानवीय संबंधों के अध्ययन द्वारा सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया में सकारात्मक हस्तक्षेप करना; हिंदी में इससे जुड़े ज्ञान के सृजन और उसके प्रसार के अवसर उत्पन्न करना, हिंदी में समाज वैज्ञानिक पठन-पाठन सामग्री की मॉंग और उपलब्धता के बीच की खाई को पाटना; अकादमिक जगत और वृहत्तर समाज के बीच पुल का निर्माण करना है।
इंडिया क्वार्टरली अंतर्राष्ट्रीय मामलों की विद्वत समीक्षित (peer reviewed) पत्रिका है। 1945 में जब इसका लोकार्पण हुआ तब यह पत्रिका मुख्य रूप से भारत और एशिया पर केंद्रित थी। हालाँकि, भारत के हितों के विस्तार के साथ ही ऐसे विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतियाँ शामिल करने हेतु पत्रिका के दायित्वों का भी विस्तार हुआ है जिनमें भारत के क्षेत्रीय और वैश्विक हितों को प्रभावित कर सकने की संभावना है।