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वी. के. सिंह

सेवानिवृत्त मेजर जनरल

मेजर जनरल वी.के. सिंह जून 1964 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला से उत्तीर्ण हुए। वर्ष 1965 में राष्ट्रीय सैन्य अकादमी, देहरादून से उत्तीर्ण होने के उपरांत उन्होंने सिग्नल कोर में कमीशन प्राप्त किया। सेना में 37 साल लंबे विस्तृत करियर के दौरान, उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर दायित्व निभाया, जिस में पश्चिमी कमान के प्रमुख सिग्नल अधिकारी का पद भी शामिल रहा। उन्होंने भारतीय सेना की प्रथम यांत्रित डिविजन की सिग्नल रेजिमेंट का भी निर्माण किया (1982)। जनरल सिंह, स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन; रक्षा प्रबंधन महाविद्यालय, सिकंदराबाद; और राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, नई दिल्ली के छात्र रहे हैं। उन्होंने दूरसंचार इंजीनियरिंग सैन्य कॉलेज, आर्मी वॉर कॉलेज और स्टाफ कॉलेज में अनुदेशक के तौर पर सेवाएं प्रदान कीं। जून 2002 में उन्होंने सक्रिय सेवा से अवकाश प्राप्त किया। उनकी विभिन्न अभिरुचि यों में एडवेंचर स्पोर्ट्स, सैन्य इतिहास और पत्रकारिता शामिल हैं। कार रैली के प्रति गहरा लगाव रखने वाले जनरल सिंह तीन हिमालयन कार रैलियों (1982–84) में भाग ले चुके हैं। पत्रिकाओं, समाचारपत्रों और जर्नलों के लिए नियमित लेखन करने के साथ-साथ उनकी कई पुस्तकें प्रकशित हो चुकी हैं, जैसे Through–Saga of the Corps of Signals (2001); History of the Corps of Signals, Volume II (2006); India’s External Intelligence–Secrets of the Research and Analysis Wing (RAW) (2007); Contribution of the Armed Forces to the Freedom Movement in India (2009); History of the Corps of Signals,Volume III (2014).