उद्देश्य और कार्यक्षेत्र

इंडिया क्वार्टरली अंतर्राष्ट्रीय मामलों की विद्वत समीक्षित (peer reviewed) पत्रिका है। 1945 में जब इसका लोकार्पण हुआ तब यह पत्रिका मुख्य रूप से भारत और एशिया पर केंद्रित थी। हालाँकि, भारत के हितों के विस्तार के साथ ही ऐसे विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतियाँ शामिल करने हेतु पत्रिका के दायित्वों का भी विस्तार हुआ है जिनमें भारत के क्षेत्रीय और वैश्विक हितों को प्रभावित कर सकने की संभावना है। इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स (ICWA) के ध्वजवाहक प्रकाशन के रूप में, इंडिया क्वार्टरली विद्वानों, विश्लेषकों और नीति निर्माताओं को अंतर्राष्ट्रीय संबंधों, राष्ट्रीय विदेश नीतियों और राजनयिक इतिहास से संबंधित मामलों पर मूल लेखों का योगदान करने के लिए आमंत्रित करती है। यह पत्रिका अंतर्राष्ट्रीय मामलों के महत्त्वपूर्ण एवं संवेदनशील मुद्दों पर समझ बनाने हेतु तटस्थ विश्लेषण को प्रोत्साहित करती है। विशेष रूप से ऐसे लेखों को जो अवधारणात्मक रूप से दृढ़, अनुभवसिद्ध और नीति-उन्मुख हैं। इसके विषय क्षेत्र में पर्यावरणीय मुद्दे, ऊर्जा सुरक्षा, अस्मिता केंद्रित संघर्षों के अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव, सीमाओं से परे जन आंदोलन और मानव तस्करी से संबंधित चिंताएँ, अवैध हथियार, स्थानान्तरण, आतंकवाद, मानव सुरक्षा, वैश्विक एवं क्षेत्रीय राजनीतिक अर्थव्यवस्था और राजनयिक इतिहास जैसी क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दे शामिल हैं।

इंडिया क्वार्टरली में व्यक्त किए गए विचार पूर्ण रूप से लेखकों के हैं और यह आवश्यक नहीं कि ये आईसीडब्ल्यूए के दृष्टिकोण से सहमति रखते हों।